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प्रेत बाधा से मुक्ति

26/11/2016 - वशीकरण यन्त्र
प्रेत बाधा से मुक्ति

प्रेत बाधा से मुक्ति

प्रेत बाधा – हमेशा ही हम लोग देखते है , की कोई लोग दुष्ट हवाओ के पकड़ में रहते , कोई कहता है उन पर भूत , आते है यह प्रेत बाधा है  यह कैसे पहचाने  की कोई व्यक्ति  प्रेत से पीड़ित है , और किसी ओजा यह तांत्रिक के पास जाने से कोई लाभ नहीं मिलता , व्यक्ति परेशान अलग होता है |

प्रेत बाधा से मुक्ति

प्रेत बाधा से मुक्ति

कुण्डली दोष-

कभी कभी यह परेशानियां कुण्डली में पाये गये दोषो से भी होता है,  जिससे व्यक्ति को प्रेत परेशान करते है ,

१- अगर कुण्डली में चंद्र के साथ राहू होता है , और  नावे और पाँचवे ग्रह स्थान पर कोई क्रूर ग्रह होता है तो यह दोष जातक को लगता है , और व्यक्ति आत्माओं , प्रेत से पीड़ित रहता है ,

२- यदि किसी व्यक्ति की कुण्डली में सातवें भाव में राहू ,केतू ,मंगल यह शनि होता है तो जातक प्रेत बाधा से पीड़ित होता है ,

प्रेत बाधा मुक्ति उपाय –

१- अगर आप के घर में कोई पीड़ित है तो रात के समय सोने से पहले  एक चाँदी की कटोरी में लौंग और कपूर जला दे , किसी पवित्र स्थान पर  ,आप को सभी संकटो से मुक्ति मिलेगी ।

२- भूत एवं प्रेत बाधा दूर करने के लिए धतूरे के पौधे को उखाड़ ले और उसको उल्टा कर जमीन में इस तरह दबाएं की पूरा पौधा धरती में समा जाए और जड़ ऊपर हो , इस उपाय को घर में करे घर में शान्ति आएगी ,और सभी प्रेत बाधाए दूर होगी ,

३- घर मे शान्ति और घर को प्रेत एवं नज़र बाधा से दूर रखने के लिए अशोक के पेड़ के सात पत्त्ते अपने मंदिर में रख कर पूजा करनी चाहिए, और जब पत्त्ते सूख जाए तब उन पत्तो को किसी पीपल के पेड़ के नीचे रख दे , यह क्रिया नियमित सात बार करे , आप के घर की सभी बाधाए समाप्त होगी  सुख शान्ति आएगी ,

४- भगवान् गणेश की नियमिय पूजा करे , एक सुपारी रोज भगवान के चरणों पर चढ़ाये तथा रोज एक छोटी कटोरी चावल दान करे , यह एक वर्ष तक करे , आप को अवश्य लाभ होगा सभी प्रेत बाधाए दूर होगी

 

५- अगर आप के घर में प्रेत बाधा है  तो प्रतिदिन माँ काली की शुद्ध होकर नियमित पूजा करे, सुबह एवं साम को और माँ से प्राथना करे ,आप की सभी बाधाए दूर हो जायेगी ।

६- नियमित रूप से शुद्ध होकर हनुमान चालीसा पढ़े और 11 पाठ रोज करे , आप की सभी बाधाए दूर होगी ।

७- प्रेत बाधाए एवं भूत बाधाओं को दूर करने के लिए , एवं घर में शांति , सुख के लिये  शानिवार को इस टोटके को करने से बहूत लाभ होता है  इसके लिए आपको शनिवार की दोपहर को सवा दो किलो बाजरे की दलिया गुड़ दाल कर बनाये, और उसके बाद एक मिट्टी की मटकी ले और उस में पूरी दलिया डाल दे , और साम को सूर्यास्त के पूर्व ,जिसके ऊपर प्रेत यह भूत की छाया हो उसके सर के ऊपर से बाय से दाय सात बार घुमाकर किसी सुनसान चौराहे पर डाल दे , और पीछे मुड़कर न देखे और घर आकर हाथ पैर धो ले, यह करने के बाद आप देखेंगे की जिस व्यक्ति पर छाया है वो सही होता जायेगा और सभी आत्माओ से मुक्त हो जायेगा ,

भूत-प्रेत सिद्धि(वशीकरण)-

यह सिद्धि करना अत्यंत आसान ,इसे आप मात्र 11 दिन में कर सकते है , बस आप को अपनी माला के द्वारा 21माला रोज जप करना होगा , प्रतिदिन और रोज आप को लड्डुओं का भोग लगाना होगा, और अंततः भूत आप के समक्ष प्रगट हो जायेगा , इस साधना क्रिया से देवी देवताओं को भी प्रसन्न किया जाता है  और उनसे मन वांक्षित फल की प्राप्ति भी होती है ,भूत प्रेत की साधना को गलत और देवी देवताओं की साधना को लोग उचित मानते है,बल्कि देवी देवताओं की पूजा करके जो फल आप को वर्षो में प्राप्त होता है , वही फल आपको भूतो की साधना से मात्र कुछ महीनो में ही मिल जायेगा ,

साधना-

प्रेतों और भूतों की साधना रात्रि में ही होती है इसमें आप को काले वस्त्र पहनकर ही करना चाहिये ,तथा यह साधना दक्षिण दिशा में ही बैठकर करनी चाहिए , इसमें आप को एक कच्चा मिट्टी दिया , सरसो के तेल , काज़ल ,चावल , तथा प्रेत सिद्धि यंत्र की आवश्कयता होती है आप को किचावल जमीन में बिछाना चाहिये और उसके ऊपर  प्रेत सिद्धि यंत्र को सफेद कपड़े पर रखकर ,काजल से उस कपड़े पर पुरुष की आकृति बनानी चाहिए , और उस आकृति का जप अपने सिद्ध मंत्रो द्वारा करना चाहिए , आपको कुछ समय में कोई छाया के दर्शन होंगे और आप की इच्छाएं पूरी होगी, फिर आप को यह पूरी सामग्री जल में प्रवाहित करना चाहिए ।

पैशाचिनी देवी साधना-

पिशाची देवी की साधना पिचाश भूतो को प्रसन्न करने के लिए लिया जाता है , यह एक अधिष्ठात्री देवी है। यह देवी  हमारे हृदय चक्र की स्वमी होती है   इसे बहुत ही खतरनाक साधना माना जाता है , इस साधना से हर इच्छा पूर्ण होती है , तथा चमत्कारी शक्तियां प्राप्त होती है , तथा भूतों को अपने वश में किया जा सकता है , यह साधना तंत्र साधना के अंतर्गत आती है,

सिद्धी मंत्र-

यह मंत्र का निरंतर जप करने से भूत प्रेत की सिद्धि होती है , तथा उनके दुष्प्रभाव से बचत भी होती है यह मंत्र अत्यंत शक्तिशाली होते है,

१-   (ह्रौं हूं प्रेत प्रेतेश्वर आगच्छ ,आगच्छ प्रत्येक दृश्यम हूं फट ll)

इस मंत्र का 108 बार रोज रात्रि में जप करने से प्रेत सिध्दि होती है ,

२- हनुमत मंत्र – हनुमान जी का मंत्र है इसको जपने वाला व्यक्ति हर संकटो से दूर हो जाता है , तथा सभी भूत प्रेत से मुक्त होकर शांति प्राप्त करता है ,

(ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ऊँ नमो भगवते महाबला पराक्रमाय भूत ,प्रेत पिशाच, शाकिनी,डाकिनी,यक्षणी,पूतना-मारी-महामारी      , यक्ष राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिक् ,क्षणेन हन हन भंजय भंजय मारय मारय शिक्षय शिक्षय महामारेश्वर रुद्रावतार हुं फट् स्वाहा।)